असफलता घेरे जब मार्ग हो अवरुद्ध ।पास ना हो धन तेरे और कार्य हो अपार। तो
भाग मत कर प्रयास ,कर प्रयास भाग मत।
चाहे तू हँसना पर आंखे न हो नम ।भाग मत कर प्रयास ,कर प्रयास भाग मत।
जीत में ही हार है,रात में ही दिन है ।निकलेगा सूरज फिर दूर छिपे इस पार।भाग मत कर प्रयास ।
पीड़ा ही सुख है , सुख ही है पीड़ा ।हार ही जीत है , जीत ही है हार।भाग मत कर प्रयास ,कर प्रयास भाग मत।भाग मत कर प्रयास ,कर प्रयास भाग मत।।
🙏🙏 आचार्य चाणक्य