
डायबिटीज मेलिटस क्या है? प्रकार, कारण, लक्षण एवं योगिक प्रबंधन
डायबिटीज मेलिटस एक चयापचय (Metabolic) विकार है, जिसमें शरीर इंसुलिन हार्मोन का सही निर्माण या उपयोग नहीं कर पाता। इसका परिणाम यह होता है कि रक्त में ग्लूकोज़ (शुगर) का स्तर असामान्य रूप से बढ़ जाता है, जो शरीर के विभिन्न अंगों को प्रभावित करता है। इसे आम भाषा में "शुगर" या "मधुमेह" भी कहा जाता है।
डायबिटीज मेलिटस के प्रकार
- 1. टाइप 1 डायबिटीज: यह एक ऑटोइम्यून स्थिति है, जिसमें शरीर इंसुलिन बनाना बंद कर देता है।
- 2. टाइप 2 डायबिटीज: यह सबसे आम है, जिसमें शरीर इंसुलिन का सही उपयोग नहीं कर पाता।
- 3. गर्भावधि मधुमेह (Gestational Diabetes): गर्भावस्था के दौरान होने वाला मधुमेह।
डायबिटीज के कारण
- अनुवांशिकता
- अस्वस्थ खानपान
- शारीरिक निष्क्रियता
- मानसिक तनाव
- मोटापा
- नींद की कमी
डायबिटीज के सामान्य लक्षण
- बार-बार पेशाब आना
- अत्यधिक प्यास लगना
- भूख अधिक लगना
- वजन घटना
- थकान और कमजोरी
- घाव का धीरे भरना
डायबिटीज का योगिक प्रबंधन
1. योगासन
ये आसन अग्न्याशय को सक्रिय करते हैं और इंसुलिन स्राव को नियंत्रित करने में सहायक हैं:
- वज्रासन
- भुजंगासन
- पवनमुक्तासन
- धनुरासन
- पश्चिमोत्तानासन
- मंडूकासन
- मत्स्येंद्रासन
- त्रिकोणासन
- कटिचक्रासन
- शवासन
2. प्राणायाम
- अनुलोम-विलोम
- भ्रामरी
- कपालभाति
- बाह्य प्राणायाम
- उज्जायी
3. ध्यान (Meditation)
ध्यान से मानसिक शांति मिलती है और तनाव कम होता है:
- सामान्य ध्यान
- ॐ ध्यान (Om Meditation)
- सोहम ध्यान (Soham Dhyan)
4. प्राकृतिक जीवनशैली
- अंकुरित भोजन और हरी सब्जियाँ
- नियमित उपवास या लघु उपवास
- धूप सेवन
- जल चिकित्सा
- तनाव प्रबंधन
कुछ अतिरिक्त सुझाव
- रोज़ाना कम से कम 30 मिनट टहलना
- 7–8 घंटे की गहरी नींद
- मीठे और प्रोसेस्ड फूड से बचना
- मन की शांति के लिए प्रार्थना या मंत्रजप
निष्कर्ष
डायबिटीज एक गंभीर रोग है, परंतु योग, प्राणायाम, ध्यान और प्राकृतिक जीवनशैली के माध्यम से इसे पूरी तरह नियंत्रित किया जा सकता है। संयम, नियमितता और सही ज्ञान इसके प्रबंधन की कुंजी है।
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